Diabetes

की रोकथाम के 8 आयुर्वेदिक रहस्य

Praful Sharma · 18 Aug, 2024

Diabetes मध्यम वर्ग और बुजुर्गों की बीमारी नहीं है, बल्कि अब युवाऔ और बच्चों में भी आम होती जा रही है। आयुर्वेद में ऐसे कई रत्न हैं जिनके उपचारों से Diabetes को प्रबंधित किया जा सकता है।

Diabetes

1. गिलोय

क्रम-सूची

2. मेंथी

4. एलोविरा

5. करेला

6. आंवला

7. हल्दी दूध

8. तुलसी की चाय

3. दालचीनी

1

गिलोय

गिलोय या गुडुची Diabetes की रोकथाम के लिए शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से एक है। यह इंसुलिन रिलीज को बढ़ाने और ग्लूकोज के टूटने को कम करने में मदद करता है।

मेथी इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद करती है और नियमित रूप से मेथी पाउडर खाने से प्रीडायबिटीज लोगों में डायबिटीज बढ़ने का खतरा कम होता है।

मेंथी

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दालचीनी एक सच्चा मधुमेह सुपरफूड है जो न केवल अपनी प्राकृतिक मिठास के साथ आपके भोजन को एक स्वादिष्ट स्वाद देता है बल्कि भोजन के बाद Diabetes के स्तर को रोक सकता है।

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दालचीनी

लोवेरा एक शक्तिशाली आयुर्वेद जड़ी बूटी है, जो Diabetes से पीड़ित लोगों में इंसुलिन के प्रति शरीर की प्रतिक्रियाशीलता में सुधार करती है।

4

एलोविरा

करेला पॉलीपेप्टाइड-पी जैसे यौगिकों का भंडार है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करते हैं।

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करेला

विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आंवला Diabetes रोगियों के लिए लाभकारी है। सुबह आंवला जूस पीने से रक्त शर्करा का स्तर कम हो सकता है।

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आंवला

हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसमें Diabetes रोधी गुण होते हैं। रात को एक कप हल्दी वाला दूध पीने से रात भर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।

7

हल्दी दूध

तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। Diabetes से पीड़ित व्यक्ति को हर सुबह एक कप तुलसी की चाय पीनी चाहिए, जिस से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है।

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तुलसी चाय

"Diabetes की रोकथाम के आयुर्वेदिक रहस्य" के इस सफर में हमारे साथ जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। आयुर्वेद के ज्ञान से बेहतर जीवन की ओर कदम बढ़ाएं, ताकि आप स्वस्थ जीवन जी सकें।

स्वस्थ रहें  खुशहाल रहें!