भारतीय हॉकी टीम का Paris Olympic 2024 में दमदार प्रदर्शन जारी है। Paris Olympic 2024 Day 9 भारतीय हॉकी टीम ने अपने जांबाज प्रदर्शन से दिल जीत लिया। लेकिन बाकी खेलों में निराशा ही हाथ लगी। दस खिलाड़ियों की टीम ने ब्रिटेन से पेनल्टी शूटआउट में बाजी मारी, भारत ने पेरिस ओलम्पिक में हॉकी के नाम पे प्रवेश किया था, जबकि बैडमिंटन में गोल सेन की हार हुई और लवलीना बोर्गोहेन की हार के साथ भारत का स्वर्ण अभियान समाप्त हो गया। पेरिस ओलंपिक में रविवार का दिन भारतीय हॉकी टीम के नाम रखा जा रहा है। 52 साल बाद फाइनल बॉल मैच में ओलिंपिक में दिग्गजों को हराने वाली भारतीय टीम ने 40 मिनट से ज्यादा मैच में एक कम खिलाड़ी के बावजूद क्वार्टर फाइनल में शूटआउट में ग्रेट ब्रिटेन को 4-2 से हराया और फाइनल में जगह बनाई। एक बार फिर जीत के नायक रहे गोलकीपर पी आर श्रीजेश का यह आखिरी टूर्नामेंट है।अब तक शानदार फॉर्म में चल रहे लक्ष्य सेन (lakshya sen) बैडमिंटन चैंपियनशिप हार गए और अब कांस्य के लिए खेलेंगे। वहीं टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ब्राजील लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) अंतिम चार में नहीं पहुंचीं। एथलेटिक्स में अंतिम प्रदर्शन जारी है।
हरमन प्रीत के टाइगरो ने हॉकी के शूटआउट की नई परिभाषा लिखी
अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पी आर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की खोज साबित हुए। 42 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ मुकाबले के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर Paris Olympic 2024 के फाइनल में प्रवेश कर लिया। 36 साल के श्रीजेश की अगुआई में ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करने वाले भारतीय डिफेंस की मजबूत करणी ने उन्हें बढ़ावा नहीं दिया। ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर आक्रमण बोला । निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा, निर्धारित समय में भारत के लिए हरमनप्रीत ने 22वें और ली मॉर्टन ने 27वें मिनट में गोल दागा था। हार जीत का निर्णय शूट आउट में दिया गया। शूटआउट में भारत ने लगातार 4 गोल दागे। ब्रिटेन की टीम सिर्फ दो गोल कर पाई. भारतीय गोलकीपर श्रीजेश जीत के हीरो रहे, 2 गोल बचाए। टोक्यो ओलिंपिक में ब्रिटेन को हरा कर भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी। श्रीजेश टोक्यो में कांस्य पदक के साथ जर्मनी के खिलाफ भी भारत की दीवार साबित हुए थे ।
पेनल्टी शूटआउट में हर प्रयास में गोल दागे
शूटआउट में भारतीय स्ट्राइकर्स ने हर मौके पर गोल दागे, जबकि इंग्लैंड की दो कोशिशें नाकाम रहीं। पहले प्रयास में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल करके भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। फिर ब्रिटेन के जेम्स एल्वेरी ने गोल स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। दूसरे प्रयास में सुखजीत सिंह ने गोल करके सफलता हासिल की, दूसरी ओर इंग्लैंड के जैक वैलिस ने गोल करके स्कोर फिर 2-2 से बराबर कर दिया। तीसरे प्रयास में ललित उपाध्याय ने गोल किया और भारत को 3-2 की बढ़त दिला दी। यहां ब्रिटेन के कोनोर विलियमसन गोल करने में असफल हो गए। चौथे प्रयास में प्रिंस पाल ब्रिटेन के गोलकीपर को चककर गोल करने में सफल रहे, जबकि फिलिप रॉपर भी असफल रहे। इस तरह भारत ने 4-2 से जीत हासिल की।
लक्ष्य सेन का गोल्डन का सपना समाप्त, कांसे के लिए खेलेंगे
भारत के लक्ष्य सेन दोनों गेम में मजबूत बढ़त बनाने के बावजूद रविवार को यहां Paris Olympic 2024 की बैडमिंटन टीम के एकल खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा में गैट चैंपियन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार गए और अब कांस्य पदक के चैंपियनशिप में खेलेंगे। ओलंपिक्स में जगह बनाने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी, रियो ओलंपिक्स के कांस्य पदक और टोक्यो ओलंपिक्स के गोल्डन मेडल विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ 54 मिनट में 20-22, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा। दो बार के पूर्व विश्व चैंपियन और विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ नौ मैचों में यह आठवीं हार है। फाइनल एक्सेलसन और विटिडासर्न के बीच होगा।
पहले गेम में उनके पास तीन गेम पॉइंट थे लेकिन उन्होंने लगातार पांच नंबर गंवाकर गेम भी गंवा दिया। दूसरे गेम में भी लक्ष्य ने 7-0 की बेहद मजबूत बढ़त बना ली थी लेकिन इसके बाद डेनिश खिलाड़ी ने अगले 28 में से 21 अंक वाले रॉकेट गेम और मैच में अपना नाम कर लिया और ओलंपिक में लगातार तीसरा पदक पक्का कर लिया। लक्ष्य अब ली को हराकर ओलंपिक पदक जीतने वाला पहला भारतीय पुरुष खिलाड़ी बनने का इरादा से उतरेंगे। लक्ष्य ने मैच के बाद प्रसारणकर्ता से कहा, ‘अगर मैं पहला गेम जीत जाता हूं तो मेरे नजदीकी मैच का बेहतर मौका होता है। दूसरे गेम में भी मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन बढ़त नहीं रख सकाय’
लवलीना की हार के साथ गद्दारी में भारत का अभियान समाप्त हो गया
टोक्यो ओलम्पिक के कांस्य पदक विजेता भारतीय ग्रैडल लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) के रविवार को चीन की लीन से फाइनल में हार से भारत का Paris Olympic 2024 खेलों में विजय अभियान समाप्त हो गया। इस वर्ग की स्थिर विश्व चैंपियन लवलीना (26 वर्ष) को टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक विजेता 34 वर्ष की लीआन से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान दोनों बंधकों को बार-बार ‘क्लिंचिंग और होल्ड’ करने की चेतावनी दी गई। लवलीना की हार के साथ ही भारत की चुनौती खत्म हो गई। निशांत देव शनिवार रात पुरुषों के 71 किलोग्राम क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गए। भारत ने पेरिस ओलिंपिक में छह पद छोड़े थे। इनमें चार महिलाएं और दो पुरुष ब्रिगेड शामिल थे, जिनमें से चार तो शुरुआती दौर में हारकर बाहर हो गए थे।
एथलेटिक्स में गिरावट
भारत के Paris Olympic 2024 खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में रविवार को निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा है जब नेशनल रिकॉर्ड धारक पारुल चौधरी और जेसविन एल्ड्रिन विशेष रूप से महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ और पुरुषों की लांग जंप फाइनल के लिए फाइनल में शामिल हो रहे हैं। पारुल ने अपनी हीट रेस में रोमानिया और कुल मिलाकर 21वें स्थान पर रहकर पेरिस ओलंपिक में अपना अभियान समाप्त किया। ओलम्पिक से पहले अमेरिका में पेरिस की अनूकूलित पोलैंड में प्रैक्टिस करने वाली 29 साल की पारुल ने 9 मिनट 23.39 की दूरी तय की, जो उनका इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। हालांकि वह अपना नेशनल रिकॉर्ड 9 मिनट 15.31 सेकंड से भी काफी पीछे हैं जो उन्होंने 2023 में विश्व चैंपियनशिप में बनाया था। तीन हीट रेस में से हर एक टॉप पांच में जगह बनाने वाले एथलिट फाइनल में प्रवेश करते हैं। पारुल का इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक खेलों में अभियान भी समाप्त हो गया। वह और टोकनी महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ के लिए दौड़ लगाने में शामिल रही थी। मेन्स की लॉन्ग जंप के क्वाल बैंड में एल्ड्रिन अपने पहले दो प्रयास में असफल हो गए जबकि तीसरे प्रयास में 7.61 मीटर तक ही पहुंच पाई। वह ग्रुप बी क्वालीफिकेशन में 16 खिलाड़ियों में 13वें और कुल मिलाकर 26वें स्थान पर हैं। पहले 12 स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों ने अगले दौर में जगह बनाई।
महिला स्कीट में मेडल की दौड़
भारतीय पहलवान महेश्वरी चौहान और रेजा ढिल्लों संडे को यहां Paris Olympic 2024 खेलों की महिला स्किट टूर्नामेंट में 14वें और 23वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बना रहे हैं। सीरीज की अंतिम दो सीरीज रविवार को पांच बार रिलीज की गईं जिसके बाद महेश्वरी का कुल स्कोर 118 रहा। उन्होंने पांच सीरीज में 23, 24, 24, 25 और 22 अंक तकनीकें शामिल कीं। रेजा का कुल स्कोर 113 रहा। उन्होंने पांच सीरीज में 21, 22, 23, 23 और 24 अंक तकनीकें शामिल कीं। कॉर्पोरेट में 29 ब्रांडों ने भाग लिया, जिनमें से शीर्ष छह ने अंतिम स्थान पर जगह बनाई।
